किसान का बेटा नौकरी छोड़कर अपनाया खेतीबाड़ी

मल्टी नेशनल कंपनी का आफर ठुकरा उगा रहा है फल व सब्जी

97ग्वालियर जिले के तिघरा ओड़पुरा गांव में दस बीघा बंजर जमीन के मालिक किसान बलराम मोदी का बेटा राजेश मल्टी नेशनल कंपनी में कार्यरत थे। वह एक निजी कंपनी के लाखों रुपए के पैकेज को छोड़कर खेती कर रहे हैं। राजेश ने प्रथम श्रेणी में बी-फार्मा व एम-फार्मा किया। एम-फार्मा करते ही उन्हें नौकरी के ऑफर मिलने लगे। लेकिन देश व गांव में किसानों की दुर्दशा से दु:खी राजेश ने रिसर्च के लिए पीएचडी की पढ़ाई शुरू कर गांव में खेत की देखभाल शुरू कर दी। उन्होंने हाईब्रीड अनार, अमरूद, नींबू आदि फलों के पौधे लगाकर सब्जी की खेती शुरू कर दी। चार साल में ये पौधे फलदार वृक्ष बन गए। अब राजेश गांव के अन्य किसानों को फलदार पौधे लगाकर खेती का तरीका बदलने में मदद कर रहे हैं।
राजेश के बगीचे में कई फलों के पेड़ लगे हैं। इनमें अमरूद (बोन चायना) प्रजाति के 20, देशी हाइब्रिड अमरूद के 1 हजार पेड़, अनार के 40 पेड़, सागौन के 300 पेड़, नीबू के 500 पेड़, नागपुर संतरे के 30 पेड़, करोंदे के 100 पेड़, आंवले के 100 पेड़ सहित भिंडी, बैंगन, लौकी, तोरई, मूली, कद्दू सहित कई प्रकार की सब्जियां लग रही हैं।
राजेश ग्रामीणों को भी खेती के साथ फल व सब्जियां उगाने की सलाह दे रहे हैं। वे उन्हें बताते हैं कि फलों के बाग लगाने से गांव में हरियाली रहेगी और आमदनी भी अधिक होगी। राजेश के इस प्रयास से जहां गांव हरा-भरा हो रहा है, वहीं भविष्य में उनकी आमदनी का भी साधन बनने वाला है। राजेश बताते हैं कि डीपी खराब होने के कारण ओड़पुरा गांव में पिछले तीन महीने से बिजली नहीं होने से सभी किसान परेशान हैं। कुछ ग्रामीणों द्वारा बिल न जमा करने के कारण बिजली कंपनी डीपी ठीक नहीं करा रही है, इस कारण कई किसानों की फसलें सूखने के कगार पर आ गई हैं। इस मामले में कलेक्टर सहित बिजली कंपनी के अधिकारियों को आवेदन देकर स्थिति से अवगत करा रहे हैं। जिससे बिजली-पानी की कमी के चलते उनके पौधे व सब्जियों की फसल प्रभावित न हो। राजेश  के इस बेहतरीन प्रयास कि सराहना करते हुए ग्वालियर  कलेक्टर पी. नरहरि ने कहा कि उच्च शिक्षा लेकर अगर राजेश अपने गांव की जमीन पर विभिन्न प्रजातियों के हजारों पौधे लगाने का काम कर रहे हैं, तो यह बेहतरीन प्रयास है। अगर बिजली न होने से इन पौधों को पानी नहीं मिल पा रहा है, तो जल्द ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। मामले की जांच कर ऐसा निर्णय लिया जाएगा, जिससे हरियाली नष्ट न हो। इस मामले में राजेश मुझे आवेदन दें। अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे इस मामले में जल्द ही कोई कदम उठाएं।

नागपुर का अनार नहीं लगा पा रहे
राजेश बताते हैं कि वे अपने खेतों में नागपुर का अनार लगाना चाहते हैं, इसके लिए कृषि विश्वविद्यालय भी किसानों को एक  हेक्टेयर में 450 पौधे लगाने की योजना दे रही है। अगर बिजली और पानी का इंतजाम हो जाए तो नागपुरी अनार की भी खेती आसान हो जाएगी। राजेश के इस प्रयास को देखते हुए गावं के युवा किसान राजेश मोदी ने कहा कि अपने गांव की बंजर जमीन देखकर मैंने निश्चय किया कि नौकरी के बजाय खेती करूंगा। तीन साल की मेहनत के बाद अमरूद, आंवला, सागौन, करोंदा, अनार के पेड़-पौधे बढ़ने लगे हैं। हालांकि गांव की बिजली समस्या को लेकर भी लड़ाई लड़ रहा हूं, क्योंकि इसी वजह से पौधे सूख रहे हैं।

साभार: दैनिक भास्कर

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2 comments

  1. hi sir
    mere pash 10 ekad jamin hai jishme mai koi peda lgana chahta hu
    kya ap MRI help kar skte h
    thanks

  2. हेलो सर
    आप हमे अपना ईमेल या संपर्क नंबर दे सकते है जिससे हम आपसे बात कर सके हमारा ईमेल है Info.ksmp@gmail.com और Contact num 9713038813 है आप हमसे इस नंबर पर बात कर सकते है

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