प्री-स्कूल में चित्रकला के माध्यम से दी जा रही है राष्ट्रपिता के सिद्धांतों की शिक्षा
यह पूछे जाने पर की कि क्या किसी भारतीय नेता पर लिखी किताब को चीन में अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी। शांग ने कहा कि चीन में पहले ही गांधी के ऊपर बहुत सारी किताबें प्रकाशित की जा चुकी हैं। यह किताब चीन के लिए नैतिक दिशा देने वाली होगी और इससे चीनियों में नेतृत्व गुणों को लेकर नयी सोच आएगी.
चीन के प्राइमरी स्कूलों से लेकर यूनिवर्सिटी तक के पाठ्यक्रमों में गांधी की शिक्षाएं शामिल की गई हैं। चीन के एक विद्वान ने कहा है कि इससे गांधी की शिक्षा और उनके अहिंसा आंदोलन को लेकर चीन में लोगों की रूचि बढ़ रही है।
भारतीय राजनयिक पीए नाजरेथ की किताब ‘गांधीज आउटस्टैंडिंग लीडरशिप’ का चीनी भाषा में अनुवाद क्वानयू शांग ने किया है। शांग ने कहा कि चीन में विभिन्न स्तरों पर गांधी को पढ़ाया जा रहा है।
बता दें कि शांग साउथ चिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी के विदेश अध्ययन विभाग के प्रोफेसर है। उन्होंने कहा कि पहले केवल चीनी विद्वान गांधी के बारे में जानते थे। अब चीन में बहुत लोग भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और गांधी के आंदोलन के बारे में जानकारी रखते हैं। लोग उनकी अहिंसा संबंधी शिक्षाओं में रूचि रखते हैं। प्रोफेसर शांग ने बताया कि प्रि-स्कूल में बच्चों के लिए गांधी की शिक्षाएं चित्रकला के माध्यम से उपलब्ध की जा रही हैं। जबकि माध्यमिक स्कूल में युद्ध इतिहास की पढ़ाई होती है। इसमें गांधीजी के अहिंसा आंदोलनों पर पूरा एक अध्याय रखा गया है।