चौकड़िया Spread the love-उमा सक्सेना मिलके आव बचालें गायें ये हैं सबकी गायें। हल खां बैल, खेत खां गोबर सब खां देध पिवाये। देव समान पूज्य हैं इनकी काहे बली चढ़ाये।। जब प्राणी काया छोड़े बेड़ा पार लगाये। मिल के आव बचाले गायें ये हैं सबकी गायें।। 2011-02-24 Digital Seva Share !