दैनिक भास्कर . भोपाल अंग्रेजी के शब्द का हिंदी अर्थ ढूंढऩे के लिए डिक्शनरी पलटने या फिर शब्दकोश टटोलने की आवश्यकता नहीं है। मौलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (मैनिट) के डिपार्टमेंट ऑफ कंप्यूटर साइंस के छात्रों ने एक ऐसा गैजेट तैयार किया है जो अंग्रेजी शब्दों का हिंदी अर्थ ... Read More »
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गोमद ताल से नहीं निकली है गोमती नदी!
जागरण संवाददाता, लखनऊ क्या गोमती का उद्गम गोमद ताल नहीं! वर्ष 1970 के सेटेलाइट चित्र से इस बात का पता चला है कि गोमती गोमद ताल से नहीं बल्कि 60 किलोमीटर ऊपर हिमालय की तलहटी से निकली है। गोमती हिमालय से निकली पेलियो चैनल (वह रास्ता जिससे होकर पानी नदी ... Read More »
सोलर एनर्जी से जमेगी बर्फ!
श्रद्धा जैन . दैनिक भास्कर, भाेपाल बीई अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के एक ग्रुप ने रेफ्रिजरेटर का ऐसा मॉडल बनाया है जिसे सोलर एनर्जी से चलाया सकेगा। इसमें दो कंप्रेसर इस्तेमाल किए गए हैं। जबकि आम रेफ्रिजरेटर में एक कंप्रेसर होता है, जिसे चलाने के लिए मोटर का इस्तेमाल होता ... Read More »
खतरे में है देश की 62 भाषाओं का अस्तित्व
राजकेश्वर सिंह, नई दिल्ली कोया, कोरवा, कोंडा, आओ, बाल्टी, विष्णुपुरिया, खरिया, खासी और तमांग। इन शब्दों का मतलब और औचित्य समझने में आप उलझ गए होंगे। मगर ये शब्द ये वास्तव में समृद्ध भारतीय भाषाएं हैं जिनकी जड़ें हमारे देश के इतिहास, संस्कृति और सभ्यता से जुड़ी हैं। अपने अस्तित्व ... Read More »
गुजरात और मोदी पर अपने बयान से क्यों पलटे अन्ना
अप्रैल में अन्ना ने मोदी और गुजरात के विकास कार्यो की तारीफ की थी तभी से गुजरात और गुजरात के बाहर का एक तबका जो हमेशा देशद्रोही गतिविधिओ में लिप्त है वो सक्रिय हो गया | फिर मृदालिनी साराभाई, तीस्ता जावेद सीतलवाड़, मुकुल सिन्हा .जकिया जाफरी ने अपने संगठन जन ... Read More »
स्वैच्छिक संगठनों द्वारा शिकायतें दर्ज कराने मुख्यमंत्री निवास पर टोल फ्री नंबर
स्वैच्छिक संगठन विभिन्न विभागों से संबंधित अपनी शिकायतें मुख्यमंत्री निवास पर टेलीफोन से दर्ज करा सकते हैं। इसके लिए टाल फ्री नंबर 155343 उपलब्ध है। उल्लेखनीय है कि अपने निवास पर आयोजित स्वैच्छिक संगठनों की पंचायत में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौळान ने घोषणा की थी कि स्वैच्छिक संगठनों की ... Read More »
नहीं, बहस दवाओं की मेरिट को लेकर ही होनी चाहिए
– डॉ. एसपी बायोत्रा चाहे आयुर्वेदिक अवा हो या अंग्रेजी दवा हो, उसका निर्माण एक तय प्रक्रिया के तहत ही होना चाहिए और इनके निर्माण में विशेषज्ञता वाले लोग शामिल हों तो ज्यादा अच्छा होता है। दूसरी दिक्कत यह है कि आयुर्वेद की उनकी जो दवाएं उपलब्ध है, उसके लेबल पर ... Read More »
हां, पारंपरिक चिकित्सा पद्धति को कमजोर करने की साजिश
– एसके विजारवाला स्वामी रामदेव जी के प्रकल्प की औषधियों को लेकर जो सवाल उठाए गए हैं, उनके जरिए न सिर्फ मीडिया को, बल्कि पूरे देश को भ्रमित किया गया है। एक तो जिन पत्रों के आधार पर ये आरोप लगाए जा रहे हैं, उनकी ही विश्वसनीयता संदिग्ध है। स्वामी ... Read More »
भारत की कीमत पर इंडिया की तरक्की
– बंकर रॉय हमारे योजनाकारों, नीतिकारों और दानदाताओं ने पिछले 10 बरस से यही भ्रम पैदा करने का प्रयास किया है कि भारत (ग्रामीण) को इंडिया (शहरी) की जरूरत है। भारत ने ही तेजी से आगे बढ़ते इंडिया को पानी, खाद्य सामग्री, श्रमिक, कच्चा माल सब-कुछ सस्ते में दिया। भारत ... Read More »
बहुत दूर नहीं है मिस्टर इंडिया का सपना
लंबे समय से मिस्टर इंडिया को हकीकत का जामा पहनाने में जुटे वैज्ञानिकों को आखिरकार अब भरोसा हो चला है कि एक न एक दिन वे भरे पूरे आदमी को गायब करने में सफल हो जाएंगे। क्योंकि उन्होंने अति सूक्ष्म चीजों को नजरों से छिपा लेने में सफलता हासिल कर ... Read More »